शास्त्रन पढ़ि पंडित भए, कै मौलवी कुरान। जुए प्रेम जान्यों नहीं, कहा कियौ रसखान।। शास्त्रन पढ़ि पंडित भए, कै मौलवी कुरान। जुए प्रेम जान्यों नहीं, कहा कियौ रसखा...
वक्त की कर लो आज कदर, जीवन सवर जाएगा। जो न समझ वक्त को, यह लौट के न आएगा।। खुशी के ये हैं अनमो... वक्त की कर लो आज कदर, जीवन सवर जाएगा। जो न समझ वक्त को, यह लौट के न आएगा।। ...
सबकी सामाजिक सरोकार भावना उत्कृष्ट समाज बनाएगी। सबकी सामाजिक सरोकार भावना उत्कृष्ट समाज बनाएगी।
आपरेशन थियेटर से निकलती हैं- इमर्जेंसी आपरेशन थियेटर से निकलती हैं- इमर्जेंसी
इस परदेशी का जी साफ नहीं इस परदेशी का जी साफ नहीं
आओ,एक पथ के पथिक-से आओ,एक पथ के पथिक-से